Saturday 23 June 2018

विकास गुप्ता बिखेर रहे हैं आइफा 2018 में अपना जादू

सम्मानित कंटेट निर्माता और बिग बॉस 11 के प्रतिभागी रह चुके विकास गुप्ता प्रतिभा के धनी होने के साथ ही मेहनत के दम पर विशेषज्ञता हासिल करने में भी दक्षता रखते हैं। वर्षों से खुद के लिए मुश्किल राहों पर चलते हुए जगह बनाने के अलावा उन्होंने चुनौतियों का सामना भी बखूबी किया है।

हाल ही में अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करने वाले इस स्मार्ट व्यक्ति को आइफा 2018 (इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी अवॉर्ड) में ग्रीन कारपेट पर अपनी आवाज और मजाकिया लहजे का इस्तेमाल करने का मौका मिला है। आइफा बॉलीवुड का सबसे बड़ा पुरस्कार वितरण समारोह है जो इस वर्ष थाईलैंड में आयोजित किया गया है।

ग्रीन कारपेट इवेंट गाला एक्स्ट्रावैगेंजा में आयोजित होगा लेकिन इसकी पूर्व संध्या पर उन्हें पिक्चरस्क्यू में मैदानी समूह को होस्ट करते देखा गया। वहां उन्होंने स्टैज पर अपने चुटीले अंदाज में दर्शकों का मनोरंजन तो किया, साथ ही अपने कौशल का भी बेहतरीन तरीके से प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके साथ अब तक सभी फ़िल्में हिट देने वाले बॉलीवुड के युवा अभिनेता वरुण धवन भी मौजूद रहे। 

बताया गया कि इस दौरान विकास गुप्ता ने अपने मनोरंजन से दर्शकों को जोड़े रखा और उम्दा तरीके से तालमेल बैठाकर बता दिया कि उन्हें एक रियलिटी शॉ में मास्टर माइंड का टैग ऐसे ही नहीं मिला है। हम यह उम्मीद भी करते हैं कि दर्शकों को विकास का गर्मजोशी से मिलने वाला अंदाज बेहद पसंद आया होगा और आगे भी वे सभी मंचों पर निरंतरता के साथ यह सिलसिला जारी रखेंगे। 

Sunday 10 June 2018

Vikas Gupta's fans are the most active, one flies to Hyderabad to meet him

Right from our childhood, we would meet and see several people but some would just grave our attention like no other. one such person is Vikas Gupta. Big Boss 12 may be round the corner but Vikas Gupta's fans are actively behind the 'Master Mind' of season 11. it was certainly his ideology and connect with people that has make people notice. when Vikas was inside the house, it was his brother Siddharth, Sister Komal and Mom Sharda who would reply to his fans on Facebook, Twitter and Instagram. Even Kamya Punjabi openly supported him and she posted several videos supporting him and urging people to vote for him.
 Now that Vikas is out of the house he certainly replies to some creative and interesting posts that his fans are posting. this is the main reason that his fans are still actively behind him on Social Media. it is Vikas who is constantly interacting with his fans and that's why his fans are still growing in numbers.

It is noteworthy that he has got more male followers on Facebook, while females are dominating on Twitter. there are two Vikas Gupta fan groups on Facebook having around 30 thousands followers. these people certainly helped gather him votes during the final stage of season 11. even on Twitter, his clips keep doing the rounds and that's why his fans are different from the others.

Other groups of fandom also get active during Holi and Diwali to troll VG fans. Vikas Gupta's fans reply to trolls in a decent manner. they don't indulge in filthy talks and reply in a most befitting manner. One side communication is dangerous but Vikas and fans are having both side communication. it makes them differ from the rest.
Here I would like to take the names of some fans like Neeraj, Anku, Preethi, Hozi, Nicky, Dipali, Kiran, Chetan, Ridhi, Antara, Tripti, Payel, Pratiksha, Priyanshu, Shalini, Sohana, Poonam, Ayushi and many more who actively support him on Social Media. 

Nupur Kharangate (a lost soul) went to Hyderabad to meet him from Goa on June 9 and who can forget those live Instagram Videos, Photos while cutting the cake on the behalf of all Lost Souls. We give a vote of thanks to Nupur and Vikas for connecting us during the event. very few people have such fans. even though his fans come from professional backgrounds, they find time to connect with Vikas and their Lost Souls. people from Dubai, Kuwait and Bangladesh are crazy for Vikas Gupta and eager to meet him. I hope that this two way communication continues forever. we are proud to be Vikas Gupta's fans.



A Young Journo Fan

Saturday 9 June 2018

विकास गुप्ता के फैन्स हैं सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय


हम सभी बचपन से सुनते आ रहे हैं कि जैसा देश वैसा भेष, ठीक उसी तरह मैं कहूंगा कि जैसा आदर्श वैसे फैन्स। जिस प्रकार हीरे की पहचान जौहरी को होती है उसी प्रकार एक अच्छे और मनोरंजक कलाकार की पहचान दर्शक करते हैं। बिग बॉस 12 शुरू होने की बातें चल रही है लेकिन सीजन 11 के असली हीरे यानि विकास गुप्ता के जौहरी फैन्स सोशल मीडिया पर अब भी उन्हें उतनी ही शिद्दत से प्यार दे रहे हैं जितना सीजन के दौरान देते थे। ये बात अलग है कि उस समय घर के अंदर होने के कारण प्रशंसकों को गुप्ता जी जवाब नहीं दे पाते थे लेकिन उस कमी को उनके भाई सिद्धार्थ, बहन कोमल और मां शारदा जी पूरा कर रहे थे। इन्होने ट्विटर, फेसबुक और इन्स्टाग्राम पर कभी प्रशंसकों को विकास की कमी महसूस नहीं होने दी। इतना ही नहीं, कई बार तो काम्या पंजाबी को विकास फैन्स के साथ संवाद करते हुए देखा गया था, मुझे आज भी याद है जब वोटिंग का समय था तब काम्या ने कई बार अलग-अलग वीडियो पोस्ट कर वीजी के लिए वोट अपील की थी।
खैर अब वर्तमान में लौटकर देखते हैं तो दोतरफा संवाद देखने को मिल रहा है। ट्विटर या इन्स्टाग्राम पर कोई सवाल, कुछ रचनात्मक चीजें देखकर विकास भी जवाब देते हैं और यह दोतरफा वार्तालाप देखना काफी सुखद लगता है। विकास फैन्स इतने लम्बे समय से सोशल मीडिया पर इसलिए भी सक्रिय हैं क्योंकि लगातार उनका आइकॉन उन्हें बातचीत का हिस्सा बनाता रहा है। फैन्स कोई न कोई एक्टिविटी करते रहते हैं, विकास के जन्मदिन पर यह देखने को मिला था अन्य लोगों की तरह विकास भी अपने फैन्स को नजरअंदाज कर देते, तो शायद उनके फैन्स भी आज इतने सक्रिय नहीं दिख रहे होते। फैन्स की बात करें तो यहां भी कुछ अलग है। जहां फेसबुक पर लड़के ज्यादा सक्रिय हैं वहीँ ट्विटर और इन्स्टाग्राम पर लड़कियां अधिक सक्रिय हैं। फेसबुक पर विकास गुप्ता के नाम से दो ग्रुप हैं जिनमें तकरीबन 30 हजार सदस्य जुड़े हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने वोटिंग के समय कड़ी मेहनत की थी। ट्विटर पर विकास के छोटे-छोटे वीडियो क्लिप, कोई फोटो, कुछ क्रिएटिव लिखा हुआ आदि चीजें देखकर विकास गुप्ता ने फैन्स का लगातार हौसला बढ़ाया है और शायद यही कारण हैं कि अन्य प्रशंसकों की तुलना में विकास फैन्स ज्यादा सक्रिय हैं।
अन्य प्रशंसकों की बात करें तो वे भी होली, दिवाली सक्रिय होंगे लेकिन ट्रोल के रूप में। ट्रोल का जवाब भी विकास फैन्स साफ़ सुथरी भाषा में ही देंगे। जब कोई मां या बहन की गाली देगा, तो विकास फैन उसके संस्कारों की दुहाई देकर सादगी भरा जवाब देकर निकल जाता है। एकतरफा संवाद खतरनाक होता है और इसलिए ही विकास और उनके फैन्स के वार्तालाप को पचाने में असमर्थ ट्रोल्स गाली-गलौच की भाषा इस्तेमाल करते हैं।

यहां मैं विकास गुप्ता के कुछ उन चुनिन्दा फैन्स का नाम लेना चाहूँगा जो अपने आइकॉन का हर समय समर्थन करते हैं। फेसबुक और ट्विटर पर नीरज, अंकिता, प्रीती, होजैफा, निकी, नुपुर, दीपाली, किरण, चेतन, ऋद्धि, अंतरा, तृप्ति, पायल, प्रतीक्षा, प्रियांशु, शालिनी, सोहाना, पूनम और भी बहुत ऐसे नाम हैं जिन्हें मैंने विकास का असीमित समर्थन करते हुए देखा है। बहुत से ऐसे फैन्स हैं जो उचित समय का इंतजार कर विकास से मुलाक़ात के रास्ते बना रहे हैं। इस तरह की दीवानगी दूसरे लोगों के फैन्स में बहुत कम ही देखने को मिली है। विकास फैन्स में बहुत लोग प्रोफेशनल वर्ग से आते हैं लेकिन काम की व्यस्तता के बाद भी उनकी सोशल मीडिया पर गुप्ता जी के लिए सक्रियता में कोई कमी नहीं आई है। दुबई, कुवैत और बांग्लादेश से भी कई फैन्स लगातार विकास की झलक देखने को लालायित रहते हैं। मैं भी यही दुआ और कामना करता हूं कि विकास और उनके फैन्स का दोतरफा वार्तालाप हमेशा बना रहे। विकास और उनके फैन्स एक-दूसरे पर गर्व महसूस करें।

एक युवा पत्रकार फैन

Sunday 3 June 2018

विकास गुप्ता के कारण ही हुआ था बिग बॉस 11 का 'विकास'



बात उस समय की है जब मैं दफ्तर से दीपावली की छुट्टियों में राजस्थान स्थित अपने घर गया था। तकरीबन तीसरा सप्ताह बिग बॉस का चल रहा था तब मैंने ज्योति के बेघर होने के समय पहली बार विकास को देखा था। वहीँ से मुझे लगा कि इस प्रतियोगी में जरुर कुछ बात है इसलिए मैंने उस एपिसोड के बाद पूरे फिनाले तक एक भी एपिसोड नहीं छोड़ा।

बाकी घरवाले जहां चुगली, लड़ाई-झगड़े में व्यस्त होते थे तब विकास गुप्ता सबके साथ सादगी से पेश आते थे। यहां तक की शिल्पा शिंदे को उन्होंने हमेशा 'शिल्पा जी' से संबोधित किया। दर्शकों का दिल जीतने के पीछे विकास गुप्ता का सरल और सौम्य व्यवहार काफी हद तक जिम्मेदार माना जा सकता है अन्यथा उनके साथ कई ऐसे नाम भी शामिल थे जो टीवी पर पहली बार आने के बाद भी लोगों के दिल और दिमाग पर अमिट छाप नहीं छोड़ पाए। विकास के व्यवहार के कारण मुझ जैसे कई लोग ऐसे थे जिन्होंने बीच में सीजन 11 देखना शुरू किया और अंत तक एक्स्ट्रा डॉज और अनकट तक सब देख गए। जहां तक समर्थन की बात है उसमें अच्छी सोच और समझ वाले जितने भी लोग थे उनके मुंह से विकास गुप्ता का नाम ही सुनते देखा है। मेरे दफ्तर से सभी लोग विकास गुप्ता के फैन्स थे। दिल्ली में पीजी में रहने वाले लड़के और लड़कियां रात-रात भर जागकर वोटिंग के लिए एक शहर से दूसरे शहर तक लोगों को समझाने में लगे रहते थे। तो क्या नहीं कहा जाना चाहिए कि बिग बॉस 11 सीजन में विकास के सरल और सौम्य व्यवहार ने दर्शकों को इतने बेहतरीन तरीके से आकर्षित किया कि उन्होंने पहली बार बिग बॉस को इतने करीब से देखते हुए एक-एक अनकट दृश्य तक नहीं छोड़े।


आज के समय की सर्वाधिक लोकप्रिय शक्ति कोई है, तो वह वाकपटुता ही है। लोगों की फितरत में कटु वाणी का समावेश हमेशा रहता है और वही उसके पतन का कारण भी बनता है। अर्शी खान ने जिस तरह अपनी जुबान का इस्तेमाल किया और उसके बाद कम लोकप्रिय लोगों के सामने उनको घर से बेघर होना पड़ा यह किसी से छुपा नहीं है। विकास ने अपनी वाणी में माधुर्य का मिश्रण बनाए रखा और अर्शी को भी बारम्बार समझाने की कोशिश की लेकिन कहते हैं विनाशकालेन विपरीत बुद्धि, अर्थात् समय उल्टा हो तब बुद्धि भी विपरीत हो जाती है, इसलिए अर्शी खान कभी विकास की बात नहीं सुनती थी। दर्शकों ने बाहर से इन चीजों को देखा है, समझा है, इसलिए वे मास्टर माइंड के और करीब आए। दूसरे प्रतियोगियों में बातचीत के विषय ही व्यक्तिगत बातें, रिलेशनशिप स्टेट्स आदि रहते थे, इस दौरान उनकी चर्चा कहीं भी आती-जाती रहती थी इसलिए विकास भाषा शैली के दृष्टिकोण से सबसे अलग मालूम पड़ते थे। एक वजह यह भी हो सकती है क्योंकि वह कैमरे के पीछे रहे हैं तो सब जानते थे कि हर एक बात और हरकत पर दर्शकों की कैसी प्रतिक्रिया होगी।


एक सामाजिक प्राणी होने के कारण कोई भी व्यक्ति अपना जीवन अकेले व्यतीत नहीं कर सकता इसलिए हम मित्र बनाते हैं और जीवन का लुत्फ़ उठाते हैं लिहाजा विकास पर भी यह बात लागू होती है। बिग बॉस में रहते हुए उनके कई अच्छे मित्र बने जिनमें अर्शी प्रमुख रही। कुछ उनमें से बाहर आने के बाद भी मित्र हैं। ख़ास बात यह रही कि दोस्ती में किया गया वादा विकास ने हर हाल में पूरा कर दिखाया। उन्होंने कभी अपने दोस्तों की पीठ में छूरा नहीं घोंपा। जब विकास को पता चल गया था कि पुनीश उनके पीछे सिर्फ चुगली ही करता है तब भी उन्होंने यही कहा कि यह उसका गेम है लेकिन मैंने उसको दोस्त बोला है इसलिए मैं उसे कुछ नहीं कहूंगा। यह सब देखकर कहानी और रोचक हो जाती है। सभी प्रतियोगियों के फैन्स बाहर पुनीश को नापसंद करते थे जो आज भी बदस्तूर जारी है। विकास की दोस्ती और निभाए गए वादों से इस सीजन में चार चांद लग गए। घर के बाकी सदस्य भी यह मानते थे कि विकास वादा करके पीछे कभी नहीं हटेगा लेकिन उनको इस मास्टर माइंड की सफलता पर ईर्ष्या भी होती थी। यही कारण था कि अर्शी के जाने के बाद सभी घरवाले एक हो गए थे और मुकाबला विकास गुप्ता बनाम ऑल हो गया। अकेले रहकर भी उसी शिद्दत के साथ डटे रहने से बिग बॉस का अंतिम पड़ाव और अधिक रोचक हुआ और दर्शकों ने वोटिंग के समय उन्हें डेढ़ मिलियन से भी अधिक ट्वीट से ट्रेंड कराया, उनमें मैं भी एक रहा।


विकास ने हमेशा आकाश दादलानी से प्यार से बात करने की कोशिश की लेकिन स्वयं को विजेता मानने वाला आकाश सारे नियम कायदे ताक पर रखकर खुरापात के तरीके ढूंढता रहता था। रामायण में एक चौपाई है 'बोले राम सकोप तब, भय बिन होय न प्रीत' यानि किसी के अंदर जब तक भय नहीं होगा तब तक प्यार की भावना जागृत नहीं होगी। जेल में आकाश को भय दिखाकर विकास ने उसे सही रास्ते पर लाने का प्रयास किया। उन्होंने उसे हाथ से छूआ तक नहीं क्योंकि नियम और कायदे भी फॉलो करने जरुरी थे। उस दौरान उन्होंने दिखाया कि एक साधारण व्यक्ति की सहन शक्ति की ज्यादा परीक्षा लेना भी उचित नहीं है। उसके बाद आकाश दादलानी के व्यवहार में नरमी लगातार देखी गई थी। 


हर टास्क को अच्छी तरह निभाने के लिए विकास अपने मास्टर माइंड का उपयोग करते थे क्योंकि हमेशा उनके खिलाफ एक टीम खेलती थी। जरुरी होता है कि सामने वाली टीम की मानसिकता देखते हुए अपनी रणनीति बनाई जाए और उसी के तहत उन्होंने निरंतर टास्क जीतते हुए एक इतिहास रच दिया जो पहले 10 सीजन में कभी नहीं हुआ था। टास्क के दौरान वे विपक्षी टीम के खिलाफ हर योजना आजमाते थे लेकिन टास्क समाप्त होते ही वापस साधारण तरीके का वार्तालाप और मानवतावादी विचार उनके ह्रदय में लौट आते थे। दूसरी तरफ विपक्षी खेमा हमेशा टास्क के बाद भी उनसे व्यक्तिगत तौर पर खुन्नस निकालने के मौके देखता रहता था। 


जहां बाकी लोगों की सोच खत्म हो जाती थी वहां आता था मास्टर माइंड का चिंतन और मनन। चीजें होने के बाद या उससे पहले या घटित होने के दौरान विकास ने अपने दिमाग का बखूबी उपयोग किया और यही वजह थी कि कन्फेशन रूम में सीक्रेट टास्क में बिग बॉस ने खुद उन्हें मास्टर माइंड करार दिया। विकास का दिमाग इतना चलता था कि उन्होंने लव के जाने के बाद वोटों की ढेरी से घपले का अनुमान लगा लिया और पुर्नगणना के बाद झूठ का पर्दाफाश कर दर्शकों को अपना मुरीद बना लिया। 


आम तौर पर बेहद कम देखने को मिलता है कि कोई व्यक्ति पहली बार टीवी पर आने के बाद लाखों फैन्स कमाए। उनके सामने 10 और 15 साल टीवी इंडस्ट्री पर राज करने वाली हस्तियां थी लेकिन उनको कड़ी टक्कर देते हुए सिर्फ अपने साफ़ सुथरे और खेल भावना के अंतर्गत किये गए टास्क से दर्शकों को अपनी तरफ खींच लिया। यह विकास के खेल का ही जादू था कि उन्हें बिग बॉस के बाद आज भी सोशल मीडिया पर उतना ही प्यार मिल रहा है, यहां तक कि हर कोई उन्हें आज भी गिफ्ट भेज रहा है वरना इस सीजन में पहली बार टीवी पर आने वाले बहुत लोग थे लेकिन दर्शक उन सबको भूल चुके हैं। विकास के आगे उनकी चमक फीकी रही और वे कहीं नहीं टिके।

ऑनलाइन वोट अपील में विकास के कहे शब्दों से शुरू करें तो उन्होंने कहा था "मेरी दादी कहती थी कि कार्य आपके मन का हो तो अच्छा है और मन का नहीं हो, तो और भी अच्छा है क्योंकि वह चाहत ईश्वर की होती है और बहुत सही होती है।" विकास की यह पंक्तियां प्रभावशाली है क्योंकि उन्होंने कई बार कहा है कि मेरा बिग बॉस में आने का मन नहीं था लेकिन ये भगवान की चाह ही थी जो उन्हें इस तरफ खींच लाई और दर्शकों से असीमित प्यार दिलाया और अभी भी यह जारी है। क्रिकेट को भद्र पुरुषों का खेल कहा जाता है और उसमें खेल भावना सबसे अहम कड़ी मानी जाती है। बिग बॉस को सिद्धांतों का गेम कहा जाता है। बिग बॉस 11 में विकास ने खेल भावना तो दिखाई ही लेकिन इससे ज्यादा उनके सिद्धांत मजबूत नजर आए। विकास गुप्ता ने शुरू से लेकर अंत तक अपने पूर्वजों और माता-पिता से सीखे सिद्धांत नहीं छोड़े। कहते हैं सत्य और ईमानदारी की राह पर चलने वाले व्यक्ति सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करते और यहां विकास ने इसे साकार रूप में प्रदर्शित किया। एक खेल पत्रकार होने के अलावा मैं एक बहुत बड़ा विकास फैन भी हूं और बिग बॉस ग्यारह में आने और खुद से रूबरू कराने के लिए मैं तमाम लॉस्ट सोल समूह की तरफ से विकास गुप्ता को नमन करता हूं। आपकी वजह से ही भारत के भिन्न-भिन्न शहरों के लोग ट्विटर और फेसबुक पर अच्छे मित्र बन गए हैं। आने वाले सभी प्रोजेक्ट्स में भी आप इसी तरह का कार्य करते हुए निरंतर 'विकास' करते रहें।